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गेहूं की पैदावार बढ़ाने के उपाय: गेहूं की बालियां डबल हो जाएगी इस अचूक तरीके से जल्दी देखे

गेहूं की पैदावार बढ़ाने के उपाय: गेहूं की बालियां डबल हो जाएगी इस अचूक तरीके से जल्दी देखे किसान भाईयों के लिए यह समय गेहूं की फसल के लिए काफी महत्वपूर्ण है, खासकर जब फसल में बालियां निकलने की प्रक्रिया शुरू होने वाली हो।

इस अवस्था में यदि आप कुछ खास पोषक तत्वों और तकनीकों का सही तरीके से प्रयोग करते हैं तो आपकी गेहूं की पैदावार में न केवल वृद्धि होगी, बल्कि दानों का आकार और गुणवत्ता भी बेहतर होगी। आइए जानते हैं इस महत्वपूर्ण समय में आपको क्या करना चाहिए, ताकि आपकी फसल अधिक लाभकारी हो।

गेहूं में बालिया निकलने से पहले पोषक तत्वों की आवश्यकता

जब गेहूं की फसल 60 दिन के आस-पास हो और बालियां निकलने से पहले की अवस्था में हो, तब फसल को कुछ खास पोषक तत्वों की जरूरत होती है। इन पोषक तत्वों का सही समय पर और सही तरीके से स्प्रे के माध्यम से फसल में समावेश करने से पैदावार में सुधार हो सकता है। इनमें सबसे अहम पोषक तत्व होते हैं फास्फोरस पोटाश, और बोरॉन।

1. फास्फोरस (Phosphorus)
फास्फोरस का मुख्य कार्य गेहूं के तने को मजबूत करना, दानों का आकार बढ़ाना और दानों की संख्या को बढ़ाना है। बालियां निकलने से पहले फास्फोरस का सही मात्रा में प्रयोग करने से गेहूं के दानों की संख्या बढ़ सकती है और उनका आकार भी बड़ा होगा। इसके लिए डीएपी (Di-Ammonium Phosphate) का प्रयोग सबसे प्रभावी होता है।

2. पोटाश (Potash)
पोटाश का काम गेहूं के दानों की गुणवत्ता को बेहतर बनाना, उनके अंदर चमक लाना और दाने का वजन बढ़ाना है। पोटाश दाने के आकार को पूरा करता है और दाने की गुणवत्ता में सुधार करता है, जिससे पैदावार में वृद्धि होती है।

3. बोरॉन (Boron)
बोरॉन दाने के विकास में सहायक होता है। यदि गेहूं में बोरॉन की कमी रहती है तो दाने का आकार छोटा हो सकता है और पैदावार पर नकारात्मक असर डाल सकता है। इस कारण से बोरॉन का सही समय पर प्रयोग करना आवश्यक है।

खाद का सही तरीके से प्रयोग

इन पोषक तत्वों को गेहूं की फसल में सही समय पर और सही तरीके से पहुंचाना बेहद महत्वपूर्ण है। सबसे प्रभावी तरीका इन पोषक तत्वों का स्प्रे करना है। स्प्रे के लिए एनपीके वाटर सॉल्युबल फर्टिलाइज़र सबसे अच्छा होता है, क्योंकि यह पानी में पूरी तरह से घुल जाता है और पौधे द्वारा जल्दी अवशोषित किया जाता है।

एनपीके 05234 का प्रयोग करें, जिसमें फास्फोरस (52%), पोटाश (44%), और बोरॉन (0.2%) होता है। इसे 1 किलोग्राम एनपीके और 100 ग्राम बोरॉन को मिलाकर 100 लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करें। यह एक एकड़ के लिए उपयुक्त होता है। इस समय पर यदि आप डीएपी का भी स्प्रे करना चाहते हैं, तो आप 2 किलोग्राम डीएपी को 100 लीटर पानी में घोलकर उपयोग कर सकते हैं।

किस समय पर स्प्रे करें?

स्प्रे करने का सबसे अच्छा समय सुबह या फिर दोपहर के समय होता है, जब सूरज हल्का निकला हो। स्प्रे करने के बाद पौधे पोषक तत्वों को जल्दी अवशोषित करते हैं और दाने के विकास में सुधार होता है।

अन्य सुझाव और सावधानियाँ

1. नाइट्रोजन (Urea) का स्प्रे इस समय पर नहीं करना चाहिए, क्योंकि गेहूं में बालियां निकलने से पहले नाइट्रोजन की आवश्यकता नहीं होती।
2. स्प्रे करने के दौरान हमेशा पानी की मात्रा का ध्यान रखें। एक एकड़ के लिए आपको 150 लीटर पानी की आवश्यकता होगी, जिससे पोषक तत्व अच्छे से पौधे तक पहुंच सकें।

(FAQs)

1. क्या डीएपी का स्प्रे गेहूं की फसल में किया जा सकता है?
हां, डीएपी का स्प्रे इस समय पर किया जा सकता है। यह फास्फोरस की पूर्ति करता है, जो दाने के आकार और संख्या में वृद्धि करता है।

2. क्या मैं यूरिया का स्प्रे कर सकता हूँ?
नहीं, गेहूं में बालियां निकलने के समय नाइट्रोजन (यूरिया) की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए इसे इस अवस्था में इस्तेमाल न करें।

3. फास्फोरस, पोटाश और बोरॉन का स्प्रे किस समय करना चाहिए?
इन पोषक तत्वों का स्प्रे गेहूं में बालियां निकलने से पहले किया जाना चाहिए, ताकि दाने की संख्या, आकार और गुणवत्ता में सुधार हो सके।

4. क्या एनपीके वाटर सॉल्युबल फर्टिलाइज़र प्रभावी है?
हां, एनपीके वाटर सॉल्युबल फर्टिलाइज़र पौधे द्वारा जल्दी अवशोषित होता है और फसल में जल्द रिजल्ट दिखाता है।

गेहूं की पैदावार बढ़ाने के लिए फसल की सही अवस्था में सही पोषक तत्वों का प्रयोग आवश्यक है। इन पोषक तत्वों का सही तरीके से और समय पर प्रयोग करने से दाने की गुणवत्ता और संख्या में सुधार हो सकता है, जिससे आपकी फसल से अधिक उत्पादन प्राप्त होगा।

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