दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के बारे में 5 महत्वपूर्ण तथ्य जानकर चोक जाओगेदिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रेखा गुप्ता को दिल्ली की नई मुख्यमंत्री के रूप में चुना है।
यह फैसला भाजपा विधायक दल की बैठक में लिया गया, जिसमें रेखा गुप्ता को सर्वसम्मति से नेता चुना गया। रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं और उनका राजनीतिक सफर काफी प्रेरणादायक है। आइए, उनके बारे में 5 महत्वपूर्ण तथ्यों पर नजर डालते हैं।
1. छात्र राजनीति से शुरुआत
रेखा गुप्ता ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत छात्र राजनीति से की। वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की अध्यक्ष रह चुकी हैं और 1996-97 में इस पद पर चुनी गईं। इस दौरान उन्होंने छात्रों के मुद्दों को सक्रिय रूप से उठाया और अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया। वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से भी जुड़ी रहीं, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से संबंधित है।
2. शालीमार बाग से पहली बार विधायक
रेखा गुप्ता ने 2025 के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) की बंदना कुमारी को 29,595 वोटों के अंतर से हराया। यह उनकी पहली विधानसभा जीत थी, क्योंकि 2015 और 2020 के चुनावों में वह इसी सीट पर हार गई थीं। इस जीत ने उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए एक मजबूत दावेदार बना दिया।
3. महिला सशक्तिकरण का प्रतीक
रेखा गुप्ता का चयन भाजपा की महिला सशक्तिकरण की नीति को दर्शाता है। वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री हैं और वर्तमान में भाजपा की एकमात्र महिला मुख्यमंत्री हैं। उनके नेतृत्व में भाजपा ने महिला वोटर्स को साधने और जातिगत समीकरण को संतुलित करने की कोशिश की है।
4. दिल्ली नगर निगम में अनुभव
रेखा गुप्ता ने दिल्ली नगर निगम (MCD) में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह तीन बार पार्षद रह चुकी हैं और दक्षिण दिल्ली नगर निगम (SDMC) की मेयर भी रहीं। उन्होंने पुस्तकालय, पार्क और स्विमिंग पूल जैसी सुविधाओं के विकास पर काम किया है, जो उनके प्रशासनिक कौशल को दर्शाता है।
5. वैश्य समुदाय से ताल्लुक
रेखा गुप्ता वैश्य समुदाय से आती हैं, जो भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण वोट बैंक है। उनके चयन से भाजपा ने वैश्य समुदाय को साधने की कोशिश की है। साथ ही, उनका परिवार हरियाणा के जींद जिले से है, जो उन्हें ग्रामीण और शहरी दोनों समुदायों से जोड़ता है।
रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री बनना भाजपा की रणनीति और उनके व्यक्तिगत संघर्ष का परिणाम है। उनका राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू होकर मुख्यमंत्री तक पहुंचा है, जो उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और नेतृत्व क्षमता को दर्शाता है। दिल्ली की जनता को उनके नेतृत्व में विकास और समृद्धि की नई उम्मीदें हैं।
धन्यवाद!